प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज बुंदेलखंड एक्सप्रेस का करेंगे उदघाटन मुख्यमंत्री योगी तथा केन्द्र व उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्रीगण भी रहेंगे मौजूद
लखनऊ, उत्तर प्रदेश के चहुंमुखी विकास को लेकर बेहद गंभीर योगी आदित्यनाथ सरकार ने पीएम नरेन्द्र मोदी के निर्देश पर प्रदेश के बुनियादी विकास के बड़े अंग रोड कनेक्टिविटी पर अपना ध्यान सत्ता संभालने के पहले दिन से ही केंद्रित किया। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के बाद प्रदेश के विकास को रफ्तार देने के लिए बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे तैयार है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज यानी 16 जुलाई को जालौन जिले में बुंदेलखंड एक्सप्रेस का उदघाटन करेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा केन्द्र व उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्रीगण भी मौजूद रहेंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विशेष विमान से नई दिल्ली से चलकर 10:30 बजे कानपुर में वायु सेना के एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे। यहां राज्यपाल आनंदीबेन पटेल व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनका स्वागत करेंगे। इसके पांच मिनट बाद पीएम मोदी के साथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल तथा सीएम योगी आदित्यनाथ हेलीकाप्टर से जालौन के कैथेरी टोल प्लाजा पहुंचेंगे। यहां बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर सात हेलीपैड बनाए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दोपहर में 12 बजे करीब इसका शुभारंभ करेंगे। इस समारोह के दौरान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक समेत कई केंद्रीय और प्रदेश सरकार के मंत्री मौजूद रहेंगे। चित्रकूट के भरतकूप के गोंड़ा गांव से इटावा के कुदरैल तक 296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के लोकार्पण समारोह को लेकर जालौन के कैथेरी टोल प्लाजा के पास पांच किलोमीटर के क्षेत्र को भव्य तरीके से सजाया गया है। प्रधानमंत्री दोपहर 12:45 बजे तक लोकार्पण कार्यक्रम में रहेंगे। जालौन में वह कुल डेढ़ घंटे का समय गुजारेंगे। इस दौरान एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण करने के साथ ही वह पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए पौधारोपण करेंगे। वह यहां जनसभा को भी संबोधित करेंगे। अपराह्न 1.00 बजे जालौन से चलकर 1:45 बजे कानपुर पहुंचेंगे। 1:50 बजे वह विशेष विमान से नई दिल्ली के लिए रवाना होंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जालौन जिले के उरई तहसील के कैथेरी गांव में बुंदेलखंड एकसप्रेसवे जनता को समर्पित करेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ही 29 फरवरी 2020 को इस बड़े प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया था। इस एक्सप्रेसवे का काम 28 महीने के अंदर पूरा किया है। कुल 296 किलोमीटर लम्बे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की लागत करीब 14,850 करोड़ रुपया आई है। चार लेन के इस एक्सप्रेसवे को आगे छह लेन तक विस्तारित किया जा सकता है। चित्रकूट के भरतकूप से इटावा के कुदरैल तक एक्सप्रेसवे आने के बाद इटावा में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे में मिला है। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे सात जिलों चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरैया तथा इटावा को जोड़ रहा है।
इसके लोकार्पण समारोह को भव्य रूप देने के लिए उप्र एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने तैयारी पूरी कर ली है। कार्यक्रम में एक लाख से अधिक लोगों की भीड़ होने का अनुमान है। सभी को व्यवस्थित तरीके से बैठाने के लिए अलग-अलग ब्लाक तैयार किए गए हैं। किस ब्लाक में कौन लोग बैठेंगे, यह पहले से ही निर्धारित किया जा चुका है। उधर, पीएम मोदी के प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर मंडलायुक्त अजय शंकर पांडेय और डीएम चांदनी सिंह समेत आला अधिकारियों ने शुक्रवार को व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया।
खुलेगी विकास तथा रोजगार की नई राह
उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड के लिए विकास और रोजगार की नई राहें खोलने वाला बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे बनकर तैयार है। यह बुंदेली धरा के विकास के सफर में एक और कड़ी जुड़ी है। नरेन्द्र मोदी तथा प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने सत्ता संभालने के पहले दिन से ही देश तथा प्रदेश में कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे पर बहुत ध्यान केंद्रित किया है। कनेक्टिविटी पर इस फोकस का अंदाजा रुपये के बजटीय आवंटन से लगाया जा सकता है। 2022-23 के बजट में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय को 1.99 लाख करोड़ रुपये अब तक का सबसे अधिक है। रुपये के आवंटन की तुलना में यह करीब 550 प्रतिशत से अधिक की छलांग है। 2013-14 में यह आंकड़ा 30,300 करोड़ था। बीते सात वर्ष में राजमार्ग तथा एक्सप्रेसवे की लंबाई लगातार 50 प्रशित बढ़ी है। अप्रैल 2014 तक देश में यह 91,287 किमी से 50 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 31 दिसंबर 2021 तक करीब 1,41,000 किमी हो गई है। 2020-21 में राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण की गति 12 किमी प्रति दिन से बढ़कर 37 किमी प्रति दिन हो गई है।