केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को ‘डाक्टरेट आफ साइंस’ की मानद उपाधि प्रदान की गई
महानता गिरने में नहीं, बल्कि गिरकर उठने में है। यह बातें ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के 12वें दीक्षा समारोह में पहुंचे केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहीं। यूनिवर्सिटी की ओर से उन्हें ‘डाक्टरेट आफ साइंस’ की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया। समारोह में 3,142 छात्र छात्राओं और शोधार्थियों को उपाधियां दी गईं।
कहा कि ग्राफिक एरा ज्ञान देने वाला विश्वविद्यालय नहीं है, बल्कि उन्हें वैल्यू से भी जोड़ता है। डा. घनशाला बच्चों को ज्ञान देने के साथ ही अच्छा इंसान भी बना रहे हैं। ये उपाधि दरअसल समाज के प्रति जिम्मेदारी है। जीवन में सफल होने के बाद में लोगों के प्रति संवेदनाएं कायम रखने के साथ आदर्शों को जीवित रखना जरूरी है। युवाओं में सामाजिक नेतृत्व का कौशल बढ़ रहा है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार निरंतर ग्रीन एनर्जी पर कार्य कर रही है। हाइड्रोजन गैस हमारे भविष्य का ईंधन है। आर्गेनिक म्युनिसिपल वेस्ट से हाइड्रोजन बनाने का कार्य किया जा रहा है, जो बहुत सस्ता विकल्प है। वो स्वयं हाइड्रोजन गैस पर चलने वाली गाड़ी का इस्तेमाल करते हैं।
इस दौरान उन्होंने राखी घनशाला, हेमानी सेमवाल, सविता नेगी, वर्तिका अग्रवाल और अनिल रतूड़ी को पीएचडी की उपाधियों से अलंकृत किया। ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के चांसलर व नीति आयोग के सदस्य डा. वीके सारस्वत ने दीक्षांत समारोह के श्रीगणेश की घोषणा की। कुलपति डा. नरपिंदर सिंह ने रिपोर्ट प्रस्तुत की।
प्रो चांसलर डा. राकेश कुमार शर्मा ने सभी का आभार जताया। इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत, ग्राफिक एरा ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डा. कमल घनशाला, ग्राफिक एरा ग्रुप के मुख्य संरक्षक आरसी घनशाला, अध्यक्ष लक्ष्मी घनशाला, विश्वविद्यालय की एकेडमिक काउंसिल के सदस्य व ब्रह्मोस के पूर्व सीईओ व एमडी डा. सुधीर मिश्रा, यूकास्ट के महानिदेशक डा. दुर्गेश पंत, कुलसचिव डा. नरेश शर्मा, वाइस चांसलर प्रो. संतोष एस. सर्राफ, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, विधायक मुन्ना सिंह चौहान, विधायक सविता कपूर आदि मौजूद रहे।
प्रोजेक्ट स्किल्स मैनेजमेंट में नितिन गडकरी से अच्छा कोई गुरु नहीं: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने छात्र छात्राओं से विकसित भारत बनाने में योगदान देने का आह्वान किया। कहा कि केंद्रीय मंत्री के निर्देशन में विश्वस्तरीय सड़कें आधुनिक भारत की पहचान हैं। कहा कि किसी को प्राजेक्ट स्किल्स मैनेजमेंट सीखना है तो केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी से अच्छा गुरु कोई नहीं मिल सकता। उन्होंने बड़ी संख्या में वर्ल्ड क्लास हाईवे, ग्रीन कारिडोर बनाने का जिक्र करते हुए केंद्रीय मंत्री गडकरी को आधुनिक भारत का विश्वकर्मा बताया।
कहा कि नई शिक्षा नीति लागू होने से प्रदेश के विश्वविद्यालय और शोध संस्थानों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और बिग डेटा जैसे कोर्स संचालित किए जा रहे हैं। देहरादून, हल्द्वानी, अल्मोड़ा में साइंस सेंटर का निर्माण कर साइंटिफिक रिसर्च को बढ़ावा दिया जा रहा है। सरकार का विजन युवाओं को फ्यूचर-रेडी बनाना है। प्रदेश में देश का सबसे कठोर नकल विरोधी कानून लागू होने से तीन वर्षों में 23 हजार से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी प्रदान की गई है।
46 को गोल्ड मेडल, 3,142 को मिली डिग्री
समारोह में नए हाईवे और वर्ल्ड क्लास एक्सप्रेस निर्माण, पर्यावरण अनुकूल परिवहन और यातायात में डिजिटल इनोवेशन के क्षेत्र में अमूल्य कार्यों के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को डाक्टरेट आफ साइंस की उपाधि से अलंकृत किया गया। 798 छात्र-छात्राओं को पोस्ट ग्रेजुएट, जबकि 2,307 को ग्रेजुएट की उपाधि समेत कुल 3,142 छात्र छात्राओं और शोधार्थियों को उपाधियां दी गईं। समारोह में 37 स्कालर्स को पीएचडी की उपाधि मिली।
अपने कोर्स में टाप करने वाले 46 छात्र छात्राओं को स्वर्ण पदक, 44 को रजत, जबकि 46 छात्रों को कांस्य पदक से सम्मानित किया। समारोह में वर्ष 2024 बैच के कुल मिलाकर 3142 छात्र छात्राओं को स्नातक से पीएचडी तक उपाधियां दी गईं। इनमें इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, कंप्यूटर एप्लीकेशन, बायोटेक, माइक्रोबाइलाजी, पर्यावरण विज्ञान, कामर्स, अंग्रेजी, गणित, होटल मैनेजमेंट आदि के स्कालर और छात्र छात्राएं शामिल हैं।